बिजली से त्रस्त लोग सड़क पर उतरे : बिजली नहीं मिली लोग वापस घर गए..
Posted जून 27, 2009
on:जैसा की आप लोग पिछले कुछ दिनों की पोस्टों को पढ़ कर जान गए होंगे की हम इस ब्लॉग पर सभी ख़बरों को थोडा अलग नजरिये से देखने की कोशिश करते हैं..दरअसल जब भी कोई खबर पढ़ते ही वो जो होता हैं न छोटा खुराफाती वाला दिमाग..वो जो भी सोचता -कहता है..उसे आपके सामने रख देता हूँ. फिलहाल तो इसमें सिर्फ दैनिक जागरण (दिल्ली एडिशन ) की खबरों पर ही नजर डालने का प्रयास रहता है ..मगर जल्दी ही…
खबर :बिजली से त्रस्त लोग सड़क पर उतरे :-
नजर : – लोग तो ऐसे सड़क पर पहुंचे जैसे सड़क पर ऐसी लगा हो..बहुत देर तक बीजली को ढूंढते रहे..बिजली ओ बिजली अरी कहाँ हो…थोडा सा आगे पहुंचे की ..एक दूसरा गुट मिल गया…आवाज आ रही थी..बरखा ओ बरखा कहाँ हो …उफ़ क्या मुसीबत है…
कुछ देर बाद सड़क से भी बर्दाश्त नहीं हुआ …..अबे क्या है भाई…जब देखो आ जाते हो ..मेरी छाती पर बैठने…और कोई काम नहीं है..अरे मंत्रियों के घर क्यूँ नहीं जाते…जाओ अपने घर..लोग दोबारा घर आ गए..न बिजली
मिली न बरखा..
खबर :- युवी ने शानदार शतक ठोंका ..
नजर : इब के फायदों भैया…ना इब ई शतक से पाकिस्तान तो कप वापस करने से रहा…ठोंको जितने ठोकने हैं….
खबर :पुलिस ,दिल्ली नगर निगम, और डी डी ए आयें सरकार के अधीन
नजर : बिलकुल जायज़ मांग है भाई…सरकार को पता तो चले की उसके सारे निकाय ..जनता का कितना माल हज़म कर रहे हैं..फिर सी बी आई के लिए भी ठीक रहेगा ….एक साथ ही सब पर छापे शापे की फोर्मेलीती कर लेगी हर साल..
खबर :-रैगिंग हर कीमत पर हो ख़त्म
नज़र :- आरे काहे चिंता कर रहे हैं भाई…फिलहाल जो हाल है उसको देख कर तो यही लगता है की आने वाले समय में किसी को एडमीशन ही नहीं मिलेगा कोलेज्वा सब में ..ता रैगिंग करेगा कौन और किसका करेगा…
खबर ;- सब कुछ प्रतिभा पर निर्भर नहीं होता -धोनी
नज़र :- लीजिये आप कह रहे हैं तो मान लेते हैं..वैसे भी हम तो समझ ही रहे थे की सब कुछ मनमोहन जी ..क्या कहा उन पर भी नहीं…अच्छा अच्छा सोनिया जी पर निर्भर करता है…प्रतिभा जी पर तो बस अपने अफज़ल मियां ही निर्भर करते हैं..तभी तो कितने आत्म नहीं नहीं राष्ट्रनिर्भर हैं…
खबर :-साईं स्टेडियमों से हो रहे हैं लाखों के सामान गायब
नज़र :- धत तेरे की ..क्या यार इतनी देर बाद प्रकाशित की ये खबर..अब तक तो सब साफ़ हो चुका होगा..हाय कितनी तमन्ना थी कुछ गायब करने की ..लानत है तुमपे…
खबर :टाटा ४०७ ने ली युवक की जान.
नज़र :- घोर पाप किया है टाटा ४०७ ने…अरे नहीं जी युवक को मार कर नहीं..दिल्ली की ब्लू लाइन बस का हक़ मार कर..दिल्ली में यदि किसी को कुचल कर माने का हक़ है तो वो सिर्फ और सिर्फ ..ब्लू लाइन बस है..
चलिए जाइए जाइए..क्या सारी खबरें मैं ही पढूं ……..?
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